सर्जिकल स्ट्राइक 2
आँख उठाकर भी जो अब देखोगे आंखे नीलाम हो जाएगी,निले आसमान तले धरती ये तुम्हारी लहू से लाल हो जाएगी.
जर्रा जर्रा कापेगा जब फौजी मेरा तुम्हे धूल चटाएगा,
ये नया हिंदुस्तान है पाकियो ये घर मे घुसकर मारेगा.
बात नही ये आजकी सौ दफा तुम्हे दिखलाया है,
जिसे आतंकी कहते हो वो तुम्हारा ही तो साया है.
परछाई को झुठलाने वाले तू कितना भाग पायेगा,
लढने की कोशिश में तू एक दिन नक्शे से मिट जाएगा.
बनते-बिगड़ते हालातोसे हरबार तुम्हे समझाया है,
अमन का पैगाम लिए हरबार दोस्ती का हाथ बढ़ाया है,
लाख नसिहत देकर भी तुमको कोई कितना सह पायेगा,
ये नया हिंदुस्तान है पाकियो ये घर मे घुसकर मारेगा.
तुम रखो छुपाकर गुनहगारो को,
हम कुत्तो की मौत उन्हें मारेंगे,
आतंकियों की उस नापाक धरती पर हम अमन का फूल खिलाएंगे.
यह चेतावनी थी अंतिम अब नही सहा जाएगा,
ये नया हिंदुस्तान है...ये घर मे घुसकर मारेगा.
Wing Commander Abhinandan |
" कहते है लातो के भूत बातो से नही मानते ". यही हाल पाकिस्तान का है, जबतक कोई सख्त कदम नही उठाया जाता, ये आतंकी हमले करते ही रहते है.
१९६५,१९७१ और १९९९ हर युद्ध मे भारत ने पाकिस्तान को कड़ी सिखस्त देते हुए बुरी तरह मात दी है. १९७१ की जंग में भारतीय सेना लाहौर तक अपना कब्जा जमा चुकी थी, हमारी जगह कोई और देश होता उस वक़्त तो शायद आज पाकिस्तान का नाम नक्शे में न होता. लेकिन भारत की हमेशा से माफ करने की आदत रही है, जिसके चलते आजतक हमे पाकिस्तान की नापाक करतूतों का शिकार बनना पड़ रहा है. आतंकी संघटनो को पाकिस्तानी गुप्त एजेंसी ISI की हमेशा से मदत मिलती रही है. इसी कारण २६/११,उरी,पठानकोट और अब पुलवामा को अंजाम दिया गया है. दाऊद इम्ब्राहिम, ओसामा बिन लादेन, मशुद अज़हर, हाफिज सईद, अफ़ज़ल गुरु, कसाब इन सबकी छुपने की जगह पाकिस्तान. आतंक का मायका और ससुराल दोनो पाकिस्तान ही है.
पाकिस्तान संग हुवे सभी युद्ध मे भले ही जीत भारत की हुवी हो, लेकिन इसके आर्थिक परिणाम दोनो देशो को भुगतने पड़े है. युद्ध मे जीवितहानि, शस्त्रहानि और भौगोलिकहानि से काफी नुकसान हो जाता है जिसके कारण किसी भी देश की आर्थिक व्यवस्था में बाधा आती है. यही कारण है कि एक वक्त में सबसे अमिर कहलाने वाला यह देश आज प्रगत देशो की तुलना में बहोत पीछे है. भारत ने पाकिस्तान के साथ ३ और चीन के साथ १ एक युद्ध लढा है इन ७० वर्षो में जिसके चलते हमारे GDP पर काफी असर हुआ है. १२५ करोड़ की आबादी का यह देश जहा शिक्षा और विघ्यान की दुनिया मे अपनी अलग पहचान बना चुका है, वही आतंकवाद से आज भी झूझ रहा है. बात कर के हल निकालना हमारी प्राथमिकता रही है जिसके सारे प्रयास हमेशा से किए है. " लेकिन जब सीधी उंगलीसे घी न निकले तो उंगली टेढ़ी करनी ही पड़ती है ". युद्ध किसी भी मसले का हल नही है लेकिन किसीसे होनेवाली तकलीफ उसी की भाषा मे जबतक समझाये न जाए तो वो समझ नही आती.
war scene |
प्रथम विश्व युद्ध को अंजाम देने वाले देश, फ्रांस, जर्मनी और इंगलेंड.
द्वितीय विश्व युद्ध को अंजाम देने वाले देश, अमरीका, रुस और जापान.
क्या इन सभी देशो में कही आपसी संबंध खराब है, या कोई इनमे से आज भी गरीबी, बेरोजगारी और भुखमरी का शिकार है ?
बिल्कुल नही, आज ये सभी देश प्रगत देश है, उनकी आर्थिक और सामाजिक परिस्तिथि हमसे कई ज्यादा अच्छी है. क्योंकि युद्ध के बाद यह देश किसी लगातार होनेवाली आतंकी गतविधियों से नही उलझे है. भारत को पाकिस्तान की आतंकी हमलों और शरीयंत्रो के कारण अपना बहोत बड़ा आर्थिक व्यवहार देश की रक्षा में ही लगाना पड़ा है. लेकिन कबतक इसी तरह चलता रहेगा और शांतिसे हरबार पाकिस्तान की गलतियों को अनदेखा किया जाएगा. इसी लिए भारतीय सेना द्वारा लिए गए इस कठोर और साहसी फैसले का हम सभी भारतीय स्वागत करते है.
।। जय हिंद
वंदे मातरम ।।